सरकार ने हाल ही में किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिससे रबी सीजन में खाद की कीमतें कम होंगी। यह निर्णय किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए किया गया है, जिससे उन्हें अपनी फसलों की बेहतर उपज प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2024-25 के रबी सीजन के लिए फॉस्फेटिक और पोटासिक (P&K) उर्वरकों पर 24,474.53 करोड़ रुपये की सब्सिडी को मंजूरी दी है। इससे किसानों को सस्ती दरों पर उर्वरक उपलब्ध होंगे, जिससे उनकी खेती की लागत कम होगी।
सरकार का यह कदम न केवल किसानों को सस्ती खाद उपलब्ध कराने का है, बल्कि इससे कृषि उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा। रबी फसलें जैसे गेहूं, चना, सरसों आदि के लिए इस योजना का विशेष महत्व है।
इसके अंतर्गत किसानों को 28 ग्रेड के उर्वरक सब्सिडी वाले मूल्यों पर उपलब्ध कराए जाएंगे। यह योजना किसानों को उनकी फसलों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी।
सरकार ने उठाया बड़ा कदम: किसानों को रबी सीजन में सस्ती मिलेगी खाद
केंद्र सरकार ने किसानों के लिए खाद की कीमतों में कमी लाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण योजना की घोषणा की है। इस योजना के अंतर्गत, रबी सीजन में फॉस्फेटिक और पोटासिक उर्वरकों पर भारी सब्सिडी प्रदान की जाएगी। यह पहल किसानों को सस्ती दरों पर उर्वरक उपलब्ध कराने और उनकी खेती की लागत को कम करने के लिए है।
योजना का उद्देश्य
- किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार: इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की खेती की लागत को कम करना है।
- उर्वरकों की उपलब्धता: सरकार द्वारा 28 ग्रेड के P&K उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
- फसल उत्पादन में वृद्धि: सस्ती खाद मिलने से किसानों को अपनी फसल उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी।
योजना का सारांश
योजना का नाम | विवरण |
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उर्वरक सब्सिडी | 24,474.53 करोड़ रुपये |
लाभार्थी | किसान |
उर्वरक प्रकार | फॉस्फेटिक और पोटासिक (P&K) |
सीजन | रबी 2024-25 (अक्टूबर 2024 से मार्च 2025) |
उद्देश्य | खेती की लागत कम करना और उत्पादन बढ़ाना |
अन्य लाभ | MSP में वृद्धि |
प्रधानमंत्री का बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस निर्णय को लेकर कहा कि “इस कदम से किसानों की खेती की लागत भी कम होगी“। उन्होंने यह भी बताया कि यह योजना किसानों को सस्ती दरों पर उर्वरकों की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करेगी।
केंद्रीय मंत्री का दृष्टिकोण
केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि यह बड़ा फैसला किसानों को उचित मूल्य पर उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा और रबी फसल उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन देगा।
वृद्धि हुई MSP
सरकार ने रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में भी वृद्धि की है। इससे किसानों को उनकी फसलों के बेहतर दाम मिलेंगे। विभिन्न फसलों के MSP में बढ़ोतरी निम्नलिखित है:
- गेहूं: ₹2,425 प्रति क्विंटल (पहले ₹2,275)
- जौ: ₹1,980 प्रति क्विंटल (पहले ₹1,850)
- चना: ₹5,650 प्रति क्विंटल (पहले ₹5,440)
- मसूर: ₹6,700 प्रति क्विंटल (पहले ₹6,425)
- सरसों: ₹5,950 प्रति क्विंटल (पहले ₹5,650)
- कुसुम: ₹5,940 प्रति क्विंटल (पहले ₹5,800)
योजना का प्रभाव
यह योजना न केवल किसानों को सस्ती खाद उपलब्ध कराएगी बल्कि उनके आर्थिक स्तर को भी ऊंचा उठाएगी। इससे कृषि क्षेत्र में विकास होगा और किसान आत्मनिर्भर बनेंगे।
निष्कर्ष
सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से निश्चित रूप से भारतीय कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आएगा। किसान अब सस्ती दरों पर आवश्यक उर्वरक प्राप्त कर सकेंगे, जिससे उनकी उत्पादकता बढ़ेगी और वे आर्थिक रूप से मजबूत होंगे।
Disclaimer: यह योजना वास्तविक है और केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई है। इससे किसानों को निश्चित रूप से लाभ होगा और कृषि क्षेत्र में सुधार देखने को मिलेगा।