1 फरवरी 2025 से बैंकिंग में बड़ा बदलाव! SBI, PNB, और केनरा बैंक खातों पर लागू होंगे 4 नए नियम!

1 फरवरी 2025 से भारत के प्रमुख बैंकों में कई महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहे हैं। ये नए नियम SBI, PNB, केनरा बैंक और अन्य सभी बैंकों के खाताधारकों पर लागू होंगे। इन बदलावों का उद्देश्य बैंकिंग सेवाओं को और अधिक सुरक्षित, कुशल और ग्राहक-केंद्रित बनाना है। ये नियम न केवल खाताधारकों के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि समग्र बैंकिंग प्रणाली के लिए भी एक नया अध्याय शुरू करेंगे।

इस लेख में हम इन नए नियमों के बारे में विस्तार से जानेंगे। हम समझेंगे कि ये बदलाव आम ग्राहकों को कैसे प्रभावित करेंगे और इनसे क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं। साथ ही, हम यह भी जानेंगे कि इन नियमों के लागू होने के बाद ग्राहकों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए और अपने बैंकिंग अनुभव को कैसे बेहतर बना सकते हैं।

1 फरवरी 2025 से लागू होने वाले नए बैंकिंग नियम

1 फरवरी 2025 से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा कई नए नियम लागू किए जा रहे हैं जो सभी बैंकों पर लागू होंगे। इन नियमों का उद्देश्य बैंकिंग सिस्टम को और अधिक मजबूत, पारदर्शी और ग्राहक-हितैषी बनाना है। आइए इन नए नियमों का एक संक्षिप्त ओवरव्यू देखें:

नया नियमविवरण
न्यूनतम बैलेंस में बदलावसेविंग्स अकाउंट में रखना होगा ज्यादा मिनिमम बैलेंस
ATM विड्रॉल फीस में बदलावफ्री ट्रांजेक्शन की संख्या कम, अतिरिक्त निकासी पर ज्यादा शुल्क
इंटरेस्ट रेट में बदलावसेविंग्स और FD पर ब्याज दरों में संशोधन
डिजिटल बैंकिंग सेवाओं का विस्तारऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग में नए फीचर्स
पॉजिटिव पे सिस्टम50,000 रुपये से अधिक के चेक के लिए अनिवार्य
बैंक टाइमिंग में बदलावसप्ताह में 5 दिन खुलेंगे बैंक, नए समय पर काम
KYC नियमों में कड़ाईग्राहकों को अपडेट करना होगा KYC, वरना खाता हो सकता है फ्रीज

1. न्यूनतम बैलेंस में बदलाव

1 फरवरी 2025 से सभी प्रमुख बैंकों में सेविंग्स अकाउंट के लिए न्यूनतम बैलेंस की राशि में बदलाव किया जा रहा है। यह बदलाव ग्राहकों को अपने खातों में अधिक पैसा रखने के लिए प्रोत्साहित करेगा।

  • SBI में न्यूनतम बैलेंस 3000 रुपये से बढ़कर 5000 रुपये होगा
  • PNB में यह राशि 2000 रुपये से बढ़कर 3500 रुपये होगी
  • केनरा बैंक में न्यूनतम बैलेंस 1000 रुपये से बढ़कर 2500 रुपये किया जाएगा

ग्राहकों को ध्यान देना होगा कि अगर वे इस न्यूनतम बैलेंस को मेंटेन नहीं करते हैं, तो उन्हें पेनल्टी चार्ज देना पड़ सकता है। इसलिए अपने खाते में पर्याप्त राशि रखना सुनिश्चित करें।

2. ATM विड्रॉल फीस में बदलाव

नए नियमों के तहत, ATM से पैसे निकालने की फ्री लिमिट कम कर दी गई है। अब ग्राहकों को प्रति माह केवल 3 फ्री ट्रांजेक्शन मिलेंगी, जबकि पहले यह संख्या 5 थी। इसके अलावा, अतिरिक्त निकासी पर लगने वाला शुल्क भी बढ़ाया गया है।

  • फ्री लिमिट के बाद प्रति ट्रांजेक्शन 20 रुपये से बढ़कर 25 रुपये होगा
  • गैर-होम बैंक ATM से निकासी पर 30 रुपये प्रति ट्रांजेक्शन चार्ज लगेगा
  • एक दिन में अधिकतम 50,000 रुपये तक ही निकाल सकेंगे

इस बदलाव का उद्देश्य डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देना और नकद निकासी को कम करना है। ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने ATM उपयोग की योजना सावधानी से बनाएं और जहां संभव हो UPI या नेट बैंकिंग का उपयोग करें।

3. इंटरेस्ट रेट में बदलाव

बैंकों ने सेविंग्स अकाउंट और फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर मिलने वाले ब्याज दरों में संशोधन किया है। यह बदलाव मौजूदा आर्थिक परिस्थितियों और RBI की नीतियों के अनुरूप किया गया है।

  • सेविंग्स अकाउंट पर ब्याज दर 3% से बढ़कर 3.5% की गई है
  • 1 साल की FD पर ब्याज दर 5.5% से बढ़कर 6% हुई
  • सीनियर सिटीजन्स को FD पर 0.5% अतिरिक्त ब्याज मिलेगा

ये नई दरें ग्राहकों को अधिक बचत करने और अपने पैसे का बेहतर निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों को इससे लाभ होगा।

4. डिजिटल बैंकिंग सेवाओं का विस्तार

बैंकों ने अपनी डिजिटल सेवाओं में कई नए फीचर्स जोड़े हैं। इनका उद्देश्य ग्राहकों को बेहतर और सुरक्षित ऑनलाइन बैंकिंग अनुभव प्रदान करना है।

  • AI-पावर्ड चैटबॉट्स 24×7 ग्राहक सहायता के लिए
  • बायोमेट्रिक लॉगिन की सुविधा
  • UPI लिमिट बढ़ाकर 5 लाख रुपये प्रतिदिन की गई
  • मोबाइल ऐप से FD और RD खोलने की सुविधा
  • वर्चुअल डेबिट कार्ड जारी करने का ऑप्शन

ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे इन नई सुविधाओं का लाभ उठाएं, लेकिन साथ ही अपने खाते की सुरक्षा का भी ध्यान रखें। पासवर्ड नियमित रूप से बदलें और किसी के साथ शेयर न करें।

5. पॉजिटिव पे सिस्टम

50,000 रुपये से अधिक के सभी चेक के लिए पॉजिटिव पे सिस्टम अनिवार्य कर दिया गया है। इस सिस्टम का उद्देश्य चेक से होने वाली धोखाधड़ी को रोकना है।

  • चेक जारी करने से पहले बैंक को चेक डिटेल्स देनी होंगी
  • बैंक चेक डिटेल्स को वेरिफाई करेगा
  • अगर डिटेल्स मैच नहीं होती, तो चेक बाउंस हो जाएगा

यह सिस्टम ग्राहकों के लिए अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करेगा, लेकिन इससे चेक क्लियरेंस में थोड़ा समय अधिक लग सकता है।

6. बैंक टाइमिंग में बदलाव

1 फरवरी 2025 से बैंकों के काम करने के दिनों और समय में बदलाव किया जा रहा है। यह बदलाव कर्मचारियों के work-life balance को बेहतर बनाने और ऑपरेशनल कॉस्ट को कम करने के लिए किया गया है।

  • बैंक अब सप्ताह में केवल 5 दिन खुलेंगे (सोमवार से शुक्रवार)
  • बैंक का समय सुबह 9:45 से शाम 5:30 तक होगा
  • लंच ब्रेक 30 मिनट का होगा (दोपहर 1:30 से 2:00 बजे तक)

ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने बैंकिंग कार्यों की योजना इन नए समय के अनुसार बनाएं। ज्यादातर सेवाओं के लिए डिजिटल चैनल्स का उपयोग करें जो 24×7 उपलब्ध रहेंगे।

7. KYC नियमों में कड़ाई

बैंकों ने Know Your Customer (KYC) नियमों को और अधिक कड़ा कर दिया है। यह कदम मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य वित्तीय अपराधों को रोकने के लिए उठाया गया है।

  • हर 2 साल में KYC अपडेट करना अनिवार्य होगा
  • बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन जरूरी होगा
  • गलत या अधूरी जानकारी देने पर खाता फ्रीज हो सकता है
  • हाई-वैल्यू ट्रांजेक्शन के लिए अतिरिक्त दस्तावेज मांगे जा सकते हैं

ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने KYC डॉक्युमेंट्स को अप-टू-डेट रखें और बैंक द्वारा मांगी गई सभी जानकारी सही और समय पर प्रदान करें।

अस्वीकरण (Disclaimer): यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इसमें दी गई जानकारी पूर्णतः सार्वजनिक डोमेन और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे इन जानकारियों की पुष्टि अपने संबंधित बैंक या आधिकारिक स्रोतों से स्वयं कर लें। लेख में दी गई जानकारी में किसी भी प्रकार के बदलाव, त्रुटि या परिवर्तन के लिए लेखक या प्लेटफॉर्म जिम्मेदार नहीं होगा। अंतिम निर्णय और सटीक जानकारी के लिए हमेशा आधिकारिक स्रोतों से परामर्श लें।

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